इस स्ट्रेटेजी में आपको तीन कम्पोनेट की जरुरत होगी १. मूविंग एवरेज २. macd ३. मार्केट ब्रेड्थ १. मूविंग एवरेज :- इस स्ट्रेटेजी में आपको 22 दिन के मूविंग एवरेज की जरुरत होगी , मूविंग एवरेज का काम आपको ट्रेंड बताने का रहेगा , यदि आपका स्टॉक 22 के एवरेज के ऊपर है तो इसका मतलब है की आपका स्टॉक बुलिश ट्रेंड में है और यदि स्टॉक 22 दिन के एवरेज के निचे है तो इसका मतलब है की आपका स्टॉक डाउन ट्रेंड में है २. macd :- इसका उपयोग आपको ट्रेंड में मोमेंटम देखने के लिए करना होगा, ये आपको बताएगा की जिस स्टॉक को आप देख रहे हो वो स्ट्रॉक में मूवमेंट है या नहीं , ये दो लाइन से मिलकर बना होता है macd लाइन और सिग्नल लाइन यदि macd लाइन सिग्नल लाइन को निचे से ऊपर की तरफ क्रॉस ओवर कर रहे है या काट रही है तो इसका मतलब है की आपके स्टॉक में मूवमेंट है, यदि सिग्नल लाइन macd के ऊपर है तो इसका मतलब है की आपके स्टॉक में मूवमेंट नहीं है ३. मार्केट ब्रेड्थ :- मार्केट ब्रेड्थ में लगभग 2300 स्टॉक होते है जो आपको ये बताते है की कितने स्टॉक बीस दिन के एवरेज के ऊपर है और कितने स्टॉक निचे है , यदि पांच सो या उससे कम स्टॉक बीस दिन के एवरेज के निचे है तो इसका मतलब होता है की स्टॉक में अब एक अच्छा मूवमेंट ऊपर की तरह आ सकता है और ठीक इसी तरह यदि 1600 या उससे ज्यादा स्टॉक बीस दिन के एवरेज से ऊपर है तो इसका मतलब होता है की अब स्टॉक में एक पुलबैक या प्रॉफिट बुकिंग आ सकती है एंट्री :- एंट्री के लिए आपको चाहिए की पहले आपका स्टॉक 22 दिन के एवरेज के निचे ट्रेड कर रहा होगा और फिर कुछ दिनों के बाद वो 22 दिन के एवरेज के ऊपर क्लोजिंग देना चाहिए जिससे कन्फर्मेशन हो जाये की अब आपका स्टॉक बुलिश ट्रेंड में है अब ट्रेंड कन्फ़र्मेशन होने के बाद आपको चेक करना है की आपका macd इंडिकेटर भी आपको कन्फर्म करे की स्टॉक में मूवमेंट आने वाला है इसके लिए आपको चेक करना होगा की macd लाइन सिंग्नल लाइन को निचे से ऊपर की तरह क्रॉस करे, जिससे आपको कन्फ़र्मेशन मिल जाये की अब आपका स्टॉक मूवमेंट देने वाला है , यदि macd लाइन सिग्नल के ऊपर नहीं है तो ऐसी कंडीशन में आप स्टॉक को अवॉयड कर देंगे, अब लास्ट कन्फ़र्मेशन के लिए आपको चेक करना है मार्केट ब्रेड्थ को, इसमें एंट्री करते समय आपके 1600 से कम स्टॉक 20 दिन के एवरेज के ऊपर होना चाहिए यदि 1600 से ज्यादा स्टॉक 20 दिन के एवरेज के ऊपर है तो आप स्टॉक को अवॉयड कर देंग, और कम स्टॉक है तो आप इसमें एंट्री कर सकते है नोट :- आपको ये सब कन्फ़र्मेशन डेली टाइम पर देखना है तो ये आप मार्केट क्लोज होने के बाद देखेंगे , लाइव मार्केट में आपको बस एंट्री ही करनी है इन तीनो का कन्फ़र्मेशन मिलने के बाद आप स्टॉक में एंट्री कर सकते है स्टॉप लोस्स :- अलर्ट कैंडल का हाई आपका एंट्री लेवल होगा और लौ आपका स्टॉप लोस्स होगा ट्रेलिंग स्टॉप लोस्स :- जैसे ही स्टॉक पांच प्रतिशत ऊपर जाता है आप अपने स्टॉप लॉस को बाइंग की हुई पोजीशन पर लेकर आ जायेगे प्रॉफिट बुकिंग :- जैसे ही स्टॉक तीश प्रतिशत ऊपर चले जाये आप अपने पोजीशन का सत्तर परसेंट हिस्सा प्रॉफिट का बुक कर लेंगे और बाकि का तीस प्रतिशत हिस्सा आप ट्रेलिंग स्टॉप लोस्स लगा कर रख देंगे उदाहरण के लिए :- अ कंपनी के स्टॉक सो रूपये पर ट्रेड कर रहा है और इस दिन ये स्टॉक 22 दिन के एवरेज के निचे ट्रेड कर रहा है अब जैसे ही ये स्टॉक 110 रूपये पर गया ये स्टॉक अपने 22 दिन के एवरेज के ऊपर आ गया और इस दिन इसने एक बुलिश कैंडल बनायीं जिसका हाई 112 रूपये था और क्लोजिंग 110 रूपये थी, और लौ 107 रूपये था , ट्रेंड कन्फर्म होने के बाद हम देखते है की macd लाइन भी सिग्नल लाइन के ऊपर है जिससे हमें कन्फर्म हुआ की स्टॉक में मूवमेंट आने वाला है और अब हमने मार्केट ब्रेड्थ को देखा तो उस समय इसमें 20 दिन के एवरेज के ऊपर 1200 स्टॉक थे, तो यहां पर हमारी तीनो कंडीशन कन्फर्म हो गयी और अब अगले दिन हम 112 पर एंट्री करेंगे और स्टॉप लोस्स हमारा 107 रूपये होगा। यदि आपको अभी भी कोई सवाल हो तो आप मुझे व्हाटअप करके पूछ सकते हो